वर्ष 2010 मंगलमय

समय हमारे और हम समय के इर्द-गिर्द जीते हैैं। हमारी हर सांस में समय के साथ नई आस धड़कती है। आठ गया और आ गया `नव´ यानी 2010। नये साल का ठप्पा लगते ही समय का संदर्भ बदल गया। जिस पूरे साल के हर अच्छे-बुरे लम्हे-पलों को हमने जिया, उसे मेहमान की तरह विदा कर दिया और पलक-पावड़े बिछा कर किया नये साल का स्वागत। इस उम्मीद के साथ कि आने वाला कल हमारे सपनों, उमंगों और हौसलों की उड़ान को देगा नया आसमां। नये साल में बना रहे अमन-चैन, सबको मिले सुख-समृद्धि और आतंक के अंत का जज्बा कायम रहे, इसी कामना के साथ आपके लिए वर्ष 2010 मंगलमय हो।