बचपन से ही पत्रकारिता की खुजली थी। दोनों बड़े भाई भी अखबार के क्षेत्र से ही जुड़े हैं, इसलिए मुझमें भी इस लाइन के प्रति लगाव जागने लगा। पहले ही प्रयास में जयपुर-जोधपुर से प्रकाशित नव’योति ने मुझे गंगानगर से ब्यूरो चीफ बना दिया। चार साल से नव’योति के लिए ही कार्य कर रहा हूं। जिंदगी जाने कहां ले जाएगी, लेकिन एक बात तय बहुत दूर ले जाएगी।